SWAMIBHAKAT RAMAPRASAD - THE LEGEND OF THE PATRIOT ELEPHANT OF MAHARANA PRATAP -IMMORTAL RAJPUTS
महाराणा प्रताप के स्वामीभक्त हाथी रामप्रसादकी कहानी।:— 13 हाथियों को किया था चित... मित्रो आप सब ने महाराणाप्रताप के घोंड़े चेतक के बारेमें तो सुना ही होगा,लेकिन उनका एक हाथीभी था।जिसका नाम था रामप्रसाद।उसके बारे में आपको कुछ बाते बताता हूँ। रामप्रसाद हाथी का उल्लेखअल- बदायुनी ने जो मुगलोंकी ओर से हल्दीघाटी केयुद्ध में लड़ा था नेअपने एक ग्रन्थ में कीया है।वो लिखता है की जब महाराणाप्रताप पर अकबर ने चढाई कीथी तब उसने दो चीजो कोही बंदी बनाने की मांग कीथी एक तो खुद महाराणाऔर दूसरा उनका हाथीरामप्रसाद।आगे अल बदायुनी लिखता हैकी वो हाथी इतना समझदारव ताकतवर था की उसनेहल्दीघाटी के युद्ध में अकेले हीअकबर के 13 हाथियों को मारगिराया था और वो लिखता है की:उस हाथी को पकड़ने के लिएहमने 7 बड़े हाथियों का एकचक्रव्यू बनाया और उन पर14 महावतो को बिठाया तबकही जाके उसे बंदी बना पाये।अब सुनिए एक भारतीयजानवरकी स्वामी भक्ति।उस हाथी को अकबर के समक्षपेशकिया गया जहा अकबर नेउसका नाम पीरप्रसाद रखा।रामप्रसाद को मुगलों ने गन्नेऔर पानी दिया।पर उस स्वामिभक्त हाथी ने18 दिन तक मुगलों का नहीतो दाना खाया और ना हीपानी पीया और वो शहीदहो गया।तब अकबर ने कहा था कि;-जिसके हाथी को मै मेरे सामनेनहीं झुका पाया.....................................
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